वैज्ञानिकों ने बिना सूर्य की रोशनी के पौधों को उगाने की तकनीक विकसित कर ली है। इस तकनीक को मंगल ग्रह में पौधे उगाने में उपयोग में लाया जायेगा।
क्या आप जानते हैं कि अंतरिक्ष का न कोई वायुमंडल होता है न कोई तापमान होता है जिसके कारण वहां न शोर है न ही कोई मौसम।
नासा के वैज्ञानिकों ने अल्ट्राहॉट जुपिटर ग्रह की खोज की है। जोकि जुपिटर (बृहस्पति) ग्रह के द्रव्यमान से 5 गुना है। TOI-2109B नामक इस ग्रह का दिन का तापमान लगभग 3315 डिग्री सेल्सियस होता है। यह 16 दिन में अपने तारे की एक परिक्रमा पूरी करता है। इस ग्रह का 1 साल 16 घंटों का है। यह दूसरा सबसे गर्म ग्रह है।
अगर आप 15 साल की आयु में प्रकाश की गति से अंतरिक्ष में जाकर 5 साल बिताते हैं तो पृथ्वी पर वापस आने पर आपकी उम्र केवल 20 साल होगी पर आपके दोस्तों की उम्र जो 15 साल के थे वे सभी 65 साल के होंगे।
एक अंतरिक्ष यात्री का स्पेस सूट बनाने में करीब 12 मिलियन डॉलर (1 करोड़ 20 लाख रुपए) का खर्च आता है।
आपको जानकर हैरानी होगी की अंतरिक्ष में तैरते हुए पानी का विशाल भंडार है जो पृथ्वी के सारे समुद्रों के जल से लाखों गुना ज्यादा है।
अंतरिक्ष यात्रियों के अनुसार अंतरिक्ष में वेल्डिंग के धुएं और गर्म धातु जैसी गंध आती है।
सूर्य का व्यास 1392200 किलोमीटर है।
अंतरिक्ष में खींची गई पहली सेल्फी 1966 में बज एल्ड्रिन ने ली थी जिसकी कीमत अब 6 लाख रुपए है।
हमारे सौरमंडल में बुध और शुक्र ऐसे ग्रह हैं जिनका अपना कोई चंद्रमा नहीं है।
सूर्य के प्रकाश को पृथ्वी तक पहुंचने में 8 मिनट 18 सेकंड लगते हैं।
नासा ने अपने जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप से पहली पूर्ण-रंगीन छवि जारी की है।
सूर्य पृथ्वी से 300000 गुना बड़ा है।
यदि आप अंतरिक्ष में चिल्लाएंगे तो आपके साथ बगल वाले को आपकी आवाज नही सुनाई देगी।
चंद्रमा पृथ्वी से हर साल 1.6 इंच दूर होता जा रहा है।
हमारे सबसे निकट एंड्रोमेडा आकाशगंगा है।
क्या आप जानते हैं?
पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण से निकलने के लिए रॉकेट को 11 किमी. प्रति सेकंड की रफ्तार से गुजरना पड़ता है।
नासा ने हबल स्पेस टेलिस्कोप द्वारा अब तक के सबसे दूर स्थित तारे एरेंडेल के पता लगाया है।
अमेरिका लूनर सोसाइटी ने ऐलान है कि 21 जनवरी 2023 को “Sushant moon day” मनाया जाएगा।
हम वास्तव में बृहस्पति ग्रह पर नहीं उतर सकते हैं। क्योंकि इस ग्रह की सतह बादलों से बनीं है।
Alyssa Carson नाम की महिला अंतरिक्ष यात्री को मंगल ग्रह पर जाने के लिए तैयार किया जा रहा है। इनकी न तो शादी हुई है न ही इनके बच्चे हैं। ये मंगल ग्रह पर जाने वाली पहली मानव बनेंगी, जो कभी भी लौट कर वापस धरती पर नहीं आएंगी।
हाल ही में 2022 में वैज्ञानिकों ने पहली बार चंद्रमा की मिट्टी में सफलतापूर्वक पौधे उगा लिए हैं। चंद्र मिट्टी, जिसे रेगोलिथ भी कहा जाता है,
नासा के वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि पिछले 20 सालों में पृथ्वी 5% हरी भरी हो गयी है।