1. धर्म ग्रंथों के अनुसार, यहां 68 तीर्थ स्थित हैं। यहां 33 करोड़ देवता परिवार सहित निवास करते हैं।
2. 12 ज्योतिर्लिंगों में ओंकारेश्वर का स्थान चौथा है।
3. यह ज्योतिर्लिंग नर्मदा नदी के उत्तर तट पर स्थित है।
4. इस ज्योतिर्लिंग को ममलेश्वर व अमलेश्वर भी कहते हैं।
5. मान्यता के अनुसार यमुना में 15 दिन का स्नान तथा गंगा में 7 दिन का स्नान जो फल प्रदान करता है, उतना पुण्यफल नर्मदा के दर्शन मात्र से प्राप्त हो जाता है।
6. जिस पर्वत पर यह ज्योतिर्लिंग स्थापित है वहां 'ऊँ' की आकृति दिखाई देती है। इसलिए इस ज्योतिर्लिंग का नाम ओंकारेश्वर हैं।
7. मान्यता है कि कोई भी तीर्थयात्री देश के भले ही सारे तीर्थ कर ले, किन्तु जब तक वह ओंकारेश्वर आकर किए गए तीर्थों का जल लाकर यहां नहीं चढ़ाता, उसके सारे तीर्थ अधूरे माने जाते हैं।
8. ऐसा भी माना जाता है कि भगवान शिव प्रतिदिन तीनों लोकों में भ्रमण के पश्चात यहां आकर विश्राम करते हैं।
9. यहां प्रतिदिन भगवान शिवजी की विशेष शयन व्यवस्था एवं आरती की जाती है और शयन दर्शन होते हैं।
10. लाइव दर्शन, लड्डू महाप्रसाद घर पहुंच सेवा, विशेष दर्शन टिकट, अभिषेक, आरती एवं नैवेद्य बुकिंग जैसे सभी लाभ श्री ओम्कारेश्वर मंदिर ट्रस्ट द्वारा आधिकारिक एंड्राइड एप "Omkareshwar" पर उपलब्ध हैं।