अंग्रेजी नाम: पटना का प्राचीन नाम पाटलिपुत्र था, जो संस्कृत शब्द है और "पत्थर का नगर" का अर्थ होता है।

मौर्य वंश की राजधानी: पटना पहले मौर्य वंश की राजधानी थी, जब सम्राट अशोक ने इसे अपनी राजधानी बनाया था।

गंगा किनारे स्थित: पटना गंगा नदी के किनारे स्थित है और इसे "गंगापुर" भी कहा जाता है।

बौद्ध महाविहार: पटना में विश्व प्रसिद्ध महाविहार नालंदा विश्वविद्यालय स्थित है, जो महात्मा बुद्ध के शिष्यों के लिए एक महत्वपूर्ण ध्यान केंद्र था।

विश्वविद्यालयों का हब: पटना बिहार में विश्वविद्यालयों का हब है, जहां कई प्रमुख विश्वविद्यालय स्थित हैं।

जागीरदारी का केंद्र: पटना को ब्रिटिश समय में बिहार की जागीरदारी का केंद्र बनाया गया था, और यहां से ब्रिटिश शासन बिहार को प्रशासित करता था।

पटना साहित्य सम्मेलन: पटना में प्रतिवर्ष पटना साहित्य सम्मेलन आयोजित होता है, जहां राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के लेखक और कवियों का आमंत्रण होता है।

राजपथ सर्किट हाउस: पटना में राजपथ सर्किट हाउस स्थित है, जो राजनीतिक और सामाजिक घटनाओं के लिए महत्वपूर्ण स्थल है।

जनक गढ़: पटना के पास जनक गढ़ स्थित है, जहां भगवान राम की जननी माता सीता का जन्म स्थान माना जाता है।

पटना की प्राचीन जिलाधिकारी: पटना में स्थित कोटवाली जिलाधिकारी बंगला बिहार की सबसे प्राचीन जिलाधिकारी है, जिसे मुग़ल समय में निर्मित किया गया था।

खुदाबक्ष बाग: पटना में खुदाबक्ष बाग स्थित है, जो मुग़लकालीन बाग़ था और आजकल एक प्रमुख पर्यटन स्थल है।

गोलघर: पटना में गोलघर नामक भवन स्थित है, जो अंग्रेजी समय में संग्रहालय के रूप में उपयोग होता था।

गोल घाट: पटना में गोल घाट नामक स्थान पर एक प्राचीन घाट स्थित है, जहां लोग गंगा स्नान करते हैं और पूजा-अर्चना करते हैं।

श्रीकृष्ण सान्निध्य: पटना के पास महाभारत काल में श्रीकृष्ण ने माथुरा के नरकासुर का वध किया था।

पटना संगठन: पटना में कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों का मुख्यालय स्थित है, जो सामाजिक, आर्थिक, और राजनीतिक मुद्दों पर कार्य करते हैं।