2001 की जनगणना के आंकड़ों के अनुसार, भारत का बाल लिंग अनुपात (0-6 वर्ष) प्रति 1,000 लड़कों पर 927 लड़कियों का था, लेकिन 2011 में यह घटकर प्रति 1,000 लड़कों पर 918 लड़कियों का हो गया।
2012 से यूनिसेफ (UNICEF) के एक सर्वेक्षण के अनुसार भारत बाल लिंगानुपात के मामले में 195 देशों में से 41वें स्थान पर है।
2011 की जनसंख्या जनगणना के अनुसार भारत का जनसंख्या अनुपात प्रति 1000 पुरुषों पर 943 महिलाओं का है। 2001 की जनगणना के आंकड़ों की अपेक्षा लिंग अनुपात 2011 एक बढ़ी हुई प्रवृत्ति का संकेत देता है।
2015 में अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कन्या भ्रूण हत्या को समाप्त करने का आह्वान किया और MyGov.in साइट के माध्यम से सार्वजनिक प्रस्तावों का स्वागत किया।
इसने पहली बार खराब बाल लिंगानुपात (Child Sex Ratio – CSR) वाले देश भर के 100 जिलों में बहु-क्षेत्रीय गतिविधियों को केंद्रित किया।
2016 में ओलंपिक कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक को 26 अगस्त 2016 को सुकन्या समृद्धि योजना का ब्रांड एंबेसडर नामित किया गया था।
हरियाणा के जींद के गांव बीबीपुर के सरपंच सुनील जगलान ने जून 2015 में सोशल मीडिया पर #SelfieWithDaughter हैशटैग की स्थापना की, जब उन्होंने अपनी बेटी नंदिनी के साथ एक सेल्फी खींची और 9 जून, 2015 को इसे फेसबुक पर साझा किया। यह हैशटैग पूरी दुनिया में प्रसिद्ध हो गया।