भद्राक्ष के प्रकार

जिस प्रकार रुद्राक्ष कई प्रकार के होते हैं उसी प्रकार भद्राक्ष भी 9 प्रकार के होते हैं। ऐसा मन जाता है की भद्राक्ष निम्न कोटि के होते हैं। परन्तु कुछ भद्राक्ष हमारे जीवन में सफलता, खुशियाँ लाते हैं। किसी विशेषज्ञ से इसके बारे में जानकारी लेने के बाद ही इसे धारण करना चाहिए।

यह भद्राक्ष आकार में अर्ध चंद्रकार होता है। इसको धारण करने से ख़ुशी, ज्ञान, समृध्धि और बेहतर स्वास्थ्य प्राप्त होता है। सभी भद्राक्ष में यह एक मुखी भद्राक्ष अत्यधिक धारण किया जाता है।

एक मुखी भद्राक्ष

यह भद्राक्ष आकार में अर्ध चंद्रकार होता है। इसको धारण करने से आत्मविश्वास, और जीवन में सफलता प्राप्त होती है। यह भद्राक्ष प्रेमी जोड़ों के लिए भी लाभदायक होता है। इस भद्राक्ष पर माता पारवती और भगवान शिव का आशीर्वाद होता है।

द्विमुखी भद्राक्ष

यह भद्राक्ष आकार में अंडाकार होता है। इसको धारण करने से मानसिक स्वास्थ्य, आत्मविश्वास, निडरता और जीवन के हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त होती है।

विशेष द्विमुखी भद्राक्ष

यह भद्राक्ष आकार में अंडाकार होता है। यह भद्राक्ष त्रिदेव भगवान ब्रम्हा, विष्णु, और शिव जी की त्रिमूर्ति का प्रतिनिधित्व करता है। इस भद्राक्ष को धारण करने से मंगल दोष का निवारण होता है। इसके साथ ही यह भद्राक्ष धारण करने वाले का आत्मविश्वास प्रबल करता है।

 त्रिमुखी भद्राक्ष

यह भद्राक्ष भगवान शिव जी की तीसरी आँख को प्रदर्शित करता है। इस भद्राक्ष को धारण करने वाले को बेहतर स्वास्थ्य, समृद्धि प्राप्त होती है। यह भद्राक्ष भी अन्ड़ेकार आकृति का होता है।

त्रिनयनी भद्राक्ष

यह भद्राक्ष आकार में गोल होता है। इसे पहनने वाले को भगवान लक्ष्मी नारायण की कृपा प्राप्त होती है और मन स्थिर रहता है।

द्विभुजी भद्राक्ष

यह गोलाकार भद्राक्ष नागराज का प्रतीक होता है। काल-सर्प दोष एवं नाग दोष होने पर इसे धारण करना चाहिए। इसे सुख समृद्धि और जीवन के सुधार के लिए पहना जाता है।

नाग भद्राक्ष

यह भद्राक्ष आकार में गोल होता है। इस भद्राक्ष के 4 मुख होते हैं। इसे धारण करने वाले को चारो दिशों से प्रसिद्धि प्राप्त होती है।

 चतुर्मुखी भद्राक्ष

यह भद्राक्ष गोलाकार होता है। सबसे दुर्लभ भाद्रक्षों में यह सन्मुखी भद्राक्ष होता है। यह जल्दी प्राप्त नहीं होता है। लेकिन इसे धारण करने वाले की सभी मनोकामना पूरी होती है। इस भद्राक्ष पर सभी देवताओं का आशीर्वाद होता है। इसकी पूजा करने वाले को सब कुछ प्राप्त हो सकता है।

संमुखी भद्राक्ष