लेकिन आजकल तो लोग पाप में धंसे खड़े हैं. मन और दिल में बेचैनी नहीं होगी तो क्या आपको सुकून मिलेगा? आपकी आयु लम्बी होगी? अगर आप दुसरे का बुरा करके खुश होते हैं तो आपका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा? आप लम्बा जीवन जियेंगे. कतई नहीं, हम जो भी करते हैं, जैसा भी करते हैं उन सब बातों की छाप हमारे मन और दिल पर छपी रहती है.