विंबलडन टेनिस टूर्नामेंट का पहला आयोजन 1877 में हुआ था, जब सिर्फ महिलाओं के लिए एकल खेल शुरू हुआ था।
यह टूर्नामेंट सबसे पुराना और सबसे प्राचीन टेनिस टूर्नामेंट है, जो आज भी चल रहा है।
विंबलडन एक ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट है और यह सबसे प्रतिष्ठित टेनिस टूर्नामेंटों में से एक है।
विंबलडन एकमात्र ग्रास कोर्ट टेनिस टूर्नामेंट है, जिसमें केवल घास के कोर्ट पर मैच खेले जाते हैं।
सभी खिलाड़ी और खिलाड़ीयों को विंबलडन में सफेद कपड़े पहनकर खेलना अनिवार्य है।
विंबलडन में रेफरी और उपरेफरी को "ब्लेज़र" नामक लाल रंग का कोट पहनना चाहिए।
विंबलडन में पहली बार महिलाओं के लिए एकल टाइटल का प्रतियोगिता आयोजित की गई थी, और पहली विजेता मार्टिना नाव्रातिलोवा थी।
विंबलडन में आपातकालीन खानपान के नियम हैं, और खिलाड़ियों को सेवा करने के दौरान सफेद ग्लव्स पहनने की अनुमति नहीं होती है।
विंबलडन में पहले से ही ब्रांडेड ग्रास है, जिसे "विंबलडन ग्रीन" कहा जाता है, और इसे ख़ास रखने के लिए विशेष देखभाल की जाती है।
विंबलडन के परावर्ती साइड लॉन्डन के अग्रणी बनाया जाता है, जहां यह टेनिस टूर्नामेंट हर साल आयोजित होता है।
सिर नॉर्मन ब्रोकेल की प्रतिमा विंबलडन में स्थापित है, जो एक पुराने टेनिस खिलाड़ी को दिखाती है और प्रतियोगिता की भावुकता को प्रतिष्ठित करती है।
विंबलडन में प्रतियोगिता के दौरान लाइन उम्पायर को "रूपी" नामक लाल रंग की पटकथली पहननी चाहिए।
विंबलडन में संख्या 1 और 2 सीट वाले खिलाड़ी वाले कोर्ट में खेलते हैं, जिसे "सेंटर कोर्ट" कहा जाता है और इसे टेनिस के सबसे महत्वपूर्ण कोर्ट माना जाता है।
विंबलडन में महिला टेनिस खिलाड़ीयों को व्हाइट और क्रीम रंग की कपड़े पहननी होती हैं, और यह रंग पारंपरिक रूप से संबंधित है।
विंबलडन में रैकेट की तारें सफेद होती हैं, जो इस टूर्नामेंट के आदर्शों और परंपराओं को दर्शाती हैं।