भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (SIDBI) ने 10,000 करोड़ रुपये की प्रारंभिक राशि के साथ एक पुनर्वित्त खिड़की खोली है।
एनसीजीटीसी (NCGTC) इस योजना के तहत ऋण गारंटी के लिए 5000 करोड़ रुपये का कोष बनाएगी।
ऋण सुविधा, फैक्टरिंग, मार्केटिंग आदि जैसे पूर्ण ऋण पूर्व प्रशिक्षण प्रदान करके उधारकर्ताओं का समर्थन करना।
ऑनलाइन पंजीकरण और सहायता सेवाओं वाले लोगों की सहायता के लिए एक वेब पोर्टल बनाया गया है।
इस रणनीति का प्राथमिक लक्ष्य गैर-कृषि क्षेत्र में बैंक ऋण के माध्यम से अल्पसंख्यक आबादी तक पहुंच कर संस्थागत ऋण संरचना को बढ़ाना है।
वित्तीय सहायता के लिए भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (SIDBI) को कुल 10,000 करोड़ रुपये आवंटित किए जाएंगे।
इस योजना में एक पूर्व-ऋण और एक परिचालन चरण होगा, और सिस्टम और अधिकारी दोनों अवधियों में व्यक्तियों की सहायता करेंगे।
व्यवसायों तक पहुंचने में क्रेडिट सिस्टम की सहायता के लिए, समग्र ऋण के लिए मार्जिन मनी 25% तक होगी।
इस योजना के लिए आवेदन करने वाले व्यक्ति ई-मार्केटिंग, वेब-उद्यमिता, फैक्टरिंग सेवाओं और पंजीकरण के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म और अन्य उपकरणों से परिचित हो जाएंगे।