Causes Of Overthinking – Overthinking के कारण

ज्यादा सोचने वाले आदमी का दिमाग असल में कभी शांत नहीं रहता, वो इधर उधर घूमता ही रहता है. आदमी काम कुछ और कर रहा होता है लेकिन उसका दिमाग कुछ और सोचने में व्यस्त रहता है. लेकिन ये बीमारी किसी को बचपन से नहीं होती.

बल्कि किसी की Life में चल रही घटनाओ या किसी अन्य बीमारी के चलते ये रोग हो जाता है. तो आइये कुछ ऐसे ही कारणों के बारे में जानते हैं जिनकी वजह से इंसान में ये बीमारी पनपती है और फिर आसानी से व्यक्ति का पीछा नहीं छोडती.

(1) लम्बे समय तक अकेले रहने के कारण – अगर कोई व्यक्ति काफी ज्यादा समय तक परिवार से दूर या घर में ही अकेला रह लेता है तो उसमे ये समस्या पनप जाती है. क्योंकि ऐसी स्थिति में उसके साथ बात करने वाला कोई करीबी नहीं होता जिसके कारण वो मन ही मन खुद से ही बतियाने लगता है.

जब काफी लम्बे समय तक ऐसा चलता है तो व्यक्ति को इसकी आदत हो जाती है. वह दूसरों से बातचीत करना बंद कर देता है और खुद अकेले रहकर सोचना पसंद करता है. धीरे धीरे उसकी यही आदत Overthinking में बदल जाती है जिससे छुटकारा पाना मुश्किल हो जाता है.

(2) एंग्जायटी के कारण – किसी भी व्यक्ति को जब Anxiety का रोग होता है तो व्यक्ति में Overthinking की समस्या सबसे पहले आती है. क्योंकि Anxiety में व्यक्ति को डर सा लगा रहता है जिसके कारण आदमी आलतू फालतू बातों के बारे में सोच सोचकर परेशान रहता है.

अगर आप एंग्जायटी से पीड़ित हैं और सोच रहे हैं की Overthinking से कैसे बचें या ज्यादा सोचना कैसे बंद करें तो इसके लिए Anxiety को दूर करना अति आवश्यक है. इस रोग के रहते ये समस्या दूर नहीं हो सकती.

(3) अत्यधिक शराब पीने के कारण – लम्बे समय तक बहुत ज्यादा शराब का सेवन करने के कारण भी Overthinking की बीमारी लग जाती है. शराब के ज्यादा सेवन के कारण मष्तिष्क में हारमोंस का संतुलन बिगड़ता है.

जिसके कारण मन अशांत हो जाता है और व्यक्ति विचारों के सागर में डूबा रहने लगता है. ज्यादा शराब पीने के कारण आपका दिल कमजोर होने लगता है जिससे व्यक्ति में छोटी छोटी बातों को लेकर भय पैदा होता है और वो काफी ज्यादा सोचने लगता है.

(4) किसी बड़े हादसे के कारण – अगर किसी के साथ जीवन में कोई बड़ा हादसा हो जाता है तो ये चीज़ उसके दिमाग में घर कर लेती है. जिसके कारण बार बार व्यक्ति के जहाँ में वही बातें आती रहती हैं. दिन तो दिन रात को भी व्यक्ति बस सोचने में व्यस्त रहता है.

(5) शारीरिक गतिविधियों की कमी – अगर कोई आदमी लम्बे समय तक खाली पड़ा रहता है और किसी भी प्रकार की Physical Activity से दूर रहता है तो भी ज्यादा सोचने की बीमारी लग जाती है. अगर आप जानना चाहते हैं की Overthinking से छुटकारा कैसे पायें तो अपने शरीर को हरकत में रखना शुरू कीजिये.

(6) प्यार में धोखा मिलने के कारण – ये भी आजकल एक सबसे बड़ा कारण है Overthinking का. अगर कोई व्यक्ति किसी से अत्यधिक प्रेम करता है और सामने वाला उसके साथ धोखा कर देता है तो आदमी अवसाद में चला जाता है. उसे इस चीज़ के अलावा कुछ सूझता नहीं है और बस इसके बारे में सोचता रहता है.

(7) अपमानित होने के कारण – कई बार व्यक्ति का ऐसा अपमान हो जाता है जिसके बारे में वो सोच भी नहीं सकता था. उसे इस बात का गहरा सदमा लगता है और ये बात उसके दिमाग में घर कर जाती है. यही से व्यक्ति बहुत ज्यादा सोचना शुरू कर देता है.