अधिकांशत मकड़ियों की लगभग सभी जातियां अपने शरीर में कुछ भोजन संरक्षित करके रखती हैं
अधिकांशत मकड़ियों की लगभग सभी जातियां अपने शरीर में कुछ भोजन संरक्षित करके रखती हैंऔर वह अपने जीवन काल में बिना खाए पिए लगभग 7 से 8 महीने तक जीवित रह सकती है।
दरियाई घोडे़ (हिपोपोटोमास) उन बहुत कम जानवरों में से एक है, जो पानी में बच्चों को जन्म देते हैं।
ब्लैक विंडो प्रजाति की मकड़ियां संभोग के बाद अक्सर मादा मकड़ी नर मकड़ी को खा जाती है।
अगर बिच्छू पर शराब गिरा दी जाये तो वो मचलने लगता है और डंक मार मार कर खुद को ही मार देता है।
यदि कोई दुश्मन छिपकली की पूंछ पकड़ ले तो वो अपनी पूँछ अलग कर भाग जाती है।
आप जानकर चकित होंगे कि तितलियाँ किसी भी चीज का स्वाद उस पर खड़ी होकर लेती हैक्योंकि इनके स्वाद चखने वाले सेंसर पैरों में पाए जाते है।
तितली में सुनने की क्षमता नहीं होती लेकिन यह वाइब्रेशन को महसूस कर सकती है।
एक किंग कोबरा सांप में लगभग 500 मिलीग्राम जहर होता है, इसके काटने से एक हांथी की भी मौत हो सकती है।
ब्लू व्हेल का हृदय एक मिनट में मात्र 9 बार ही धड़कता है।
भालू के 42 दांत होते है।
मगरमच्छ और कच्छुआ जैसे पानी में रहने जानवरों को भी अगर ज़्यादा देर तक पानी के नीचे रखा गया, तो वो मर सकते हैं।