What Is Ashwagandha In Hindi – Ashwagandha Kya Hai

आयुर्वेद की सबसे Top दवाओं में से एक है अश्वगंधा. असल में इसका एक पौधा होता है, और जो उस पौधे की जड़ें होती हैं उन्ही को कूट-पीसकर बनाया जाता है अश्वगंधा Powder. ये पौधा इतना ख़ास होता है की सालों पहले से मनुष्य इसे अपनी बीमारियों और कमियों के लिए इस्तेमाल करता आ रहा है.

खुद हमारे देश में भी अब इसे जमकर उगाया जा रहा है. इसका Botnical नाम Withania Somnifera है. आप जरा इसके नाम पर गौर फरमाइए, अश्व + गंधा, मतलब जिसमे घोड़े जैसी गंध आती हो. अश्वगंधा का जो पौधा होता है उसकी जड़ों में से हु-ब-हु घोड़े जैसी Smell आती है, इसीलिए इसका नाम अश्वगंधा पड़ा.

तो Ashwagandha Kya Hai आपको पता चल ही गया होगा. कुछ देश हैं जो की इसके उत्पादन के लिए प्रसिद्द हैं, जैसे नेपाल. हमारा देश खुद नेपाल से आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियाँ आयात करता है.ऐसा कहा जाता है की अश्वगंधा इस्तेमाल करने पर आदमी में घोड़े जैसी ताकत आ जाती है.

ये इतनी ताकतवर आयुर्वेदिक दवा है की इसे Indian Ginseng के नाम से जाना जाता है. इसका उपयोग बहुत सी बीमारियों को ठीक करने में किया जाता है. बहुत सारी Companies इसको तैयार करती हैं और ये कई Forms में आता है जैसे Powder, Capsules और Liquid में.

पतंजलि, बैधनाथ और डाबर कुछ प्रतिष्ठित कंपनियां हैं जो इसको तैयार करती हैं. कई लोगों के मन में दुविधा होती है की अश्वगंधा लेने का तरीका क्या है, या फिर अश्वगंधा कितनी मात्रा में लेना चाहिए? तो सबसे पहली बात तो हम कहेंगे की इसकी मात्रा आपका Doctor ही तय करता है, आपकी बीमारी के हिसाब से.

लेकिन Normally अगर आप Ashwagandha Ke Fayde लेना चाह रहे हैं तो उसके लिए हम आपको इसकी मात्रा बता देते हैं. अश्वगंधा आपको 1 समय पर 15 से 20 ml तक ही इस्तेमाल करना है. इससे ज्यादा बड़ी Dose कुछ Side Effects पैदा कर सकती है. ये तो थी अश्वगंधा की मात्रा, अब आपको बताते हैं इसे इस्तेमाल करने का तरीका.

अश्वगंधा को खाली पेट नहीं लेना चाहिए, नहीं तो ये कुछ परेशानियां पैदा कर देता है जैसे, पित्त का बढ़ जाना या फिर सीने में जलन और Acidity वगैरह. Ashwagandha को आप दिन में 2 बार इस्तेमाल करें वो भी खाना खाने के आधे घंटे बाद. अगर आप अश्वगंधा के Capsules ले रहे हैं तो आराम से पानी के साथ ले सकते हैं.

अगर आप Ashwagandharishta मतलब Liquid अश्वगंधा का प्रयोग कर रहे हैं तो आपको इसको लेने का तरीका भी बता देते हैं. सबसे पहले आपको एक कप लेना है, उसमे 15 से 20 ml अश्वगंधारिष्ट डालिए और फिर उसमे 15 से 20 ml ही पानी मिला लीजिये. अब आप उसको ले सकते हैं.

Ashwagandha के लाभ लेने के लिए उसे तरीके से इस्तेमाल करना जरुरी है. अश्वगंधा का प्रयोग करते समय कुछ सावधानियां बरतना जरूरी है, जैसे अगर आपका पित्त बढ़ा हुआ है तो आप इसका प्रयोग ना करें. नहीं तो ये आपकी परेशानी और ज्यादा बढ़ा सकता है, क्योंकि ये शरीर में गर्मी पैदा करता है.

इसके अलावा Alcohol का इस्तेमाल अश्वगंधा लेने के दौरान ना करें नहीं तो नुकसान हो सकते हैं. लीजिये दोस्तों आपको ये भी पता चल गया है की अश्वगंधा कैसे लें, अब बारी आती है अश्वगंधा से मिलने वाले फायदे जानने की, तो चलिए शुरू करते हैं.